बाज़ार में हो रहे बदलावों की क़ीमत आख़िर किसे सहनी पड़ती है ? इस सवाल का जवाब ढूँढता शिवांशु का ये ब्लॉग।
गुलाबी सर्द
ख़ुद की तलाश में उत्तर प्रदेश से निकलकर गुजरात पहुँचा हुआ शिवांशु, बता रहा है उसका सीखने का सफ़र। जो कि गुलाबी सर्द ने उसे याद दिलाया।
कार्यक्षेत्र में महिलाओं की संख्या को कैसे बढ़ाया जाये
भारत की कुल आबादी में से आधी आबादी महिलाओं की है, हमारे देश में नारी को भगवान...
हैंडीक्राफ़्ट के दाम इतने महंगे क्यों है?
हैंडीक्राफ़्ट यानी हाथ से बना सामान। जब भी मैं इनके बारे में सुनता हूँ तो एक...
मिट्टी के साथ काम करने वाले कारीगरों से एक मुलाक़ात
मुझे खमीर में काम करते हुए तीन महीने हो चुके हैं। पिछले तीन महीनों में फील्ड...
समुदायों को स्वावलम्बी बनाती प्लास्टिक बुनाई
मैं इस साल मई में खमीर आया जो कि कच्छ के कारीगरों के साथ काम करने वाली एक...
शहर में कहाँ है यह हवा पानी
गांव तहसील से करीब १० किलोमीटर की दूरी पर है. गांव में मोबाइल नेटवर्क नहीं है....